एक वृद्ध समुद्र के किनारे टहल रहे थे । उन्होने देखा कि समुद्र की सैकडों मछलियां बहाव के साथ किनारे रेत पर आ गई हैं और उसमें फंसकर तडप रही हैं।
तभी उसने देखा कि एक छोटा बच्चा वहां उन बडी और भारी मछलियों को बडे प्रयास से वापस समुद्र में डाल रहा था.
मछली को पकडने और उसे पकड कर समुद्र के पानी तक ले जाने में काफी समय लग रहा था।
उन वृद्ध ने उस छोटे से बच्चे से पूछा- समुद्र के किनारे रेत में तो सैकडों मछल ियां फंसी हुई हैं, आठ-दस मछलियां समुद्र में डालने से क्या होगा, इन सैकडों मछलियों की जान तो नहीं बच जाएगी।
फिर क्यों इतनी मेहनत कर रहे हो बेटा ?
उस छोटे से बच्चे ने एक और मछली उठाकर समुद्र में ले जाते हुए जवाब दिया- इस मछली की तो जान बच ही जाएगी।
भावार्थ : परिवर्तन तभी आता है, जब हम थोडे से ही शुरुआत करें
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