Featured Post

कल जब मैं मर जाऊँगा (#Aalokry)

कल जब मैं मर जाऊँगा। तब तुम मेरे लिए आंसू बहाआगे  पर मुझे पता नही चलेगा तो  उसके बजाय  आज तुम मेरी इम्पॉर्टन्टस को महसूस क...

Showing posts with label finance. Show all posts
Showing posts with label finance. Show all posts

13 December 2018

How to Know if someone is rich or not? कैसे जाने कि अमीर कौन है ?


कैसे जाने कि अमीर कौन है ?




वैसे तो आम तौर हम सभी के पास एक ऐसे सेन्स है जिसे आप अपनी छठी इंद्री कह सकते है, वो अक्सर हमें किसी की शान और शौकत देख कर ये बता देती है,और हम समझ लेते है कि – कोई कितना अमीर है, या कितना गरीब,

लेकिन आप इस बात का ध्यान रखिए, कई बार जो दीखता है वो होता नहीं है ,
और इस लिए जब हम किसी को देख कर ये अंदाजा लगा कर कहते है कि – यार ये तो बहुत अमीर है, काश इसके जैसी अपनी भी किस्मत हो तो मजा आ जाये,
तो ऐसे में जरुरी नहीं कि जो हमें दिख रहा है, वास्तव में सब कुछ वैसा ही है,
जैसे – मान लीजिए एक आदमी है, जिसके पास एक 1 करोड़ का BMW है, और उसके पास 5 करोड़ का बंगला भी है, जिसमे वह आराम से रहता है,
आप ऐसे आदमी को देख कर आप  तुरंत कहेंगे कि क्या बात है, इसे कहते है अमीर होना लेकिन मेरे दोस्त,
अब आप क्या कहेंगे जब आपको ये पता चला कि इस आदमी के ऊपर 10 करोड़ का कर्ज भी है,
क्या अब भी आप उसे अमीर कहेंगे, शायद नहीं,
क्योकि उसकी कुल सम्पति घर और कार मिलकर होते है – 6 करोड़ और उसका कर्ज है 10 करोड़,
अब ऐसे में जो आदमी सच में अमीर नहीं कहा जा सकता है,
हालाँकि वह बाहर से मुझे और आपको अमीर दीखता है, और वो व्यक्ति वो सब कुछ करता है, जिस से कि वो
अमीर दिखे, लेकिन वह अन्दर से एक बहुत टुटा हुआ इन्सान है, जिसे 4 करोड़ का कर्ज चुकाने के लिए बहुत सारा काम करना है,
इस तरह आप ध्यान से देखेंगे तो समझ जायेंगे कि उस आदमी से ज्यादा अच्छा एक 10 साल का बच्चा है, जिसके पास कुछ भी नहीं है, मगर कम से कम वह 4 करोड़ के कर्ज में तो नहीं है,

अमीर बनने की इच्छा  –

बचपन से हम सभी के मन में बहुत ज्यादा पैसा कमाने और बहुत अमीर बन जाने की इक्क्षा होती है,
लेकिन  क्या आप उस आदमी के जैसा अमीर बनना चाहेगे, जिसके पास एक BMW भी और 5 करोड़ का बंगला भी हो लेकिन साथ ही 10 करोड़ का कर्ज भी हो,
जवाब होगा नहीं ,
क्योकि इस तरह के अमीर को कभी अमीर बन जाने की सच्ची ख़ुशी नहीं मिलेगी,
और इस तरह के झूठे अमीर कभी खुश हो भी नहीं सकते,
जो सिर्फ बाहर से अमीर दीखते है, लेकिन अन्दर से खोखले होते है, और हमेशा टेंशन में ही जीते है,

वास्तव में अमीर कौन है ?


अमीर होने का मतलब ये नहीं कि आप हर महीने कितना ज्यादा कमाते है,
बल्कि अमीर होने का मतलब है कि आप अपनी लाइफ स्टाइल को मेंटेन करते हुए, हर महीने कितना पैसा बचा पाते है “

जैसे – हो सकता है कि कोई 1 लाख रूपये कमाने वाला व्यक्ति भी अपने लाइफ स्टाइल को मेंटेन करने में हर महीने 5 हजार रूपये भी नहीं बचा पा रहा हो,और दूसरी तरफ एक व्यक्ति 30 हजार रूपये कमाते हुए, हो सकता है अपनी लाइफ स्टाइल को मेंटेन करते हुए 10 हजार आसानी से बचा ले रहा हो,
दोस्तों,
ध्यान दीजिए ,
अमीर कौन है ? और कोई कितना अमीर है, इसे समझने के लिए आपको बस एक बहुत सिंपल सा प्रश्न पूछना है
अगर उस व्यक्ति की कल से जॉब छुट जाती है, और वो आगे काम करना बंद कर देता है, तो वह कितने दिनों तक अपनी इस लाइफ स्टाइल को मेंटेन रख पायेगा, ?
एक बार मै फिर इस सिम्पल QUESTION को दोहराना चाहूँगा –
“ अगर कोई व्यकित कल से किसी भी वजह से काम करना बंद कर दे तो वह वह कितने दिनों, कितने महीनो या कितने सालो तक अपनी इस लाइफ स्टाइल को मेंटेन रख पायेगा, ?
अब इस सिंपल से QUESTION के 6 केटेगरी बना सकते है, और बिल्कुल आसानी से समझ सकते है कि – अमीर कौन है ?और साथ ही जानेगे कि  वो  कितना अमीर है ?
  • सिर्फ १ महीने :ऐसा आदमी अमीर नहीं हो सकता, और वो बहुत बुरी स्तिथि में है,

  • १ महीने से लेकर 3 महीने तक : ऐसा आदमी भी बहुत बुरी स्थिति में है, हालाँकि पहले वाले से बेहतर है,

  • 3 महीने से 6 महीने तक : ऐसा आदमी भी अमीर नहीं नहीं कहा जा सकता, लेकिन बाकी पहले दोनों प्रकार के लोगो से बेहतर है,

  • छह महीने से लेकर २ साल तक : ऐसा आदमी भी अमीर नहीं कहा जा सकता लेकिन, ऐसे व्यकित कि आर्थिक स्थिती अच्छी है, और वो जल्द अमीर बन सकता है,

  • २ साल से 5 साल तक : ऐसे लोग वास्तव में अमीर कहे जा सकते है, अगर उनके पास पैसिव इनकम सोर्स बना रहे,

  • 5 साल या उस से ज्यादा :ऐसे लोग सच में अमीर होते है, जो बिना कोई भी काम किये अपनी लाइफ स्टाइल को मेंटेन कर 5 साल या उस से ज्यादा अपनी लाइफ स्टाइल को मेंटेन कर सकते है, अगर उनके पास इस तरह का पैसिव इनकम सोर्स बना रहे,
    तो घुमा फिरा के बात ये निकाल के आती है, कोई आदमी तब तक अमीर नहीं हो सकता जब तक वह अपने इनकम के लिए ACTIVE रूप से काम करता रहे,
और इस तरह आपको ये बात समझ आ गया होगा कि – आप कैसे पता कर सकते है कि कोई कितना गरीब है या अमीर,
और साथ ही आप इस बात को भी समझ गए होंगे कि अमीर और फाइनेंसियली फ्री होने के लिए आपके पास पैसिव इनकम होना अनिवार्य है,
और जब तक किसी के पास एक बेहतर लाइफ स्टाइल को मेंटेन करने लायक पैसिव इनकम का सोर्स ना हो तब तक वह अमीर नहीं हो सकता,
दोस्तों अंत में याद रखे –
अमीर लोग पैसे के लिए काम नहीं करते, उनका पैसा उनके लिए काम करता है...... 
                                                                                                #Aalokry    #AalokDD     #AalokGKS 

04 July 2018

कब पर्सनल लोन लेना बेवकूफी है?


कब पर्सनल लोन लेना बेवकूफी है?


पर्सनल लोन एक असंरक्षित लोन (unsecured loan) होता है| इसलिए ब्याज दर भी काफी ज्यादा होती है| अब लोन का भुगतान भी आपको ही करना है|

इसलिए हर स्तिथि में पर्सनल लोन लेना अच्छा विकल्प नहीं है| इस पोस्ट में मैं चर्चा करूंगा की कब पर्सनल लोन अच्छा विकल्प है और कब नहीं| साथ की यह भी देखेंगे की कब पर्सनल लोन लेना बेवकूफी होगा| ====== पर्सनल लोन लेना कब एक अच्छा विकल्प हैं? =======
जब आपके पास कोई बहुत ही महंगा लोन चल रहा हो, तो उस लोन को खत्म करने की लिए पर्सनल लोन लेना एक अच्छा विकल्प है| जैसे की आपके क्रेडिट कार्ड पर काफी सारी राशि बकाया है और आपको उस राशि का भुगतान करने में परेशान आ रही है, ऐसी स्तिथि में आप पर्सनल लोन ले सकते हैं|
# क्रेडिट कार्ड पर आपको तकरीबन 40-45% p.a. ब्याज तक देना पड़ सकता है| साथ ही पूरा भुगतान करना पर आपको ब्याज मुक्त क्रेडिट पीरियड भी नहीं मिलता| पर्सनल शायद आपको 12-18% p.a. की लागत पर मिल जाए| साथ ही क्योंकि पर्सनल लोन में EMI होती है, इसको देना थोडा आसान भी हो सकता है| कई बार बैंक भी आपको ऐसा करने का सुझाव देते हैं|
# किसी आपातकाल या अस्पताल के खर्चे के लिए पर्सनल लोन लेना| ऐसी स्तिथि में आप गणित नहीं लगा सकते| यहाँ भी पर्सनल लोन लेना कोई बुरा विकल्प नहीं है| पर हाँ हमेशा एक बात का ध्यान रखें| पर्सनल लोन भी चुकाना भी आपको ही पड़ेगा| ===== कब पर्सनल लोन लेना अच्छा आईडिया नहीं है? =====
# कहीं छुट्टी (vacation) पर जाने के लिए पर्सनल लोन लेना
# नया फ़ोन या गैजेट खरीदने के लिए पर्सनल लोन लेना
# घर की साज-सजावट (furnishing) के लिए पर्सनल लोन लेना
मेरे अनुसार इस सभी बातों के लिए आपको पहले से प्लान करना चाहिए और लोन पर निर्भर नहीं रहना चाहिए| साथ ही इसके अलावा और भी बहुत सी बातें है, जिनके लिए पर्सनल लोन लेना कोई अच्छा विकल्प नहीं है| कुछ बातें आपकी ज़रुरत होती है और कुछ इच्छाएं होती हैं| ज़रुरत के लिए लोन लेना समझ में आता है, इच्छायों के लिए नहीं| मेरे अनुसार चिकित्सा की लिए खर्चा आपकी ज़रुरत है, एक नया और महंगा फ़ोन लेना आपकी इच्छा| दोनों में अंतर करना सीखें| आप शायद इन बातों से सहमत न हो| और वैसे भी ज़िन्दगी में मौकों की अहमियत लोगों के लिए अलग हो सकती है| हाँ, बस एक सुझाव हैं, वास्तविकता को पूरी तरह दरकिनार न करें| यार अब जिस स्तिथि पर चर्चा करेंगे, उस स्तिथि में पर्सनल लोन लेना किसी बेवकूफी से कम नहीं है| " मैंने कई बार देखा है की लोगों के पास बैंक में फिक्स्ड डिपाजिट होता है और इस इसके बावजूद वह लोग पर्सनल लोन लेने की बात करते हैं|" मान लिए आपके पास 50,000 रुपये की एक FD है| किसी वजह से आपको उस समय 50,000 की ज़रुरत भी है| ऐसी स्तिथि में पर्सनल लोन लेने की बजाय FD को तोडना एक बेहत विकल्प होगा| ऐसा इसलिए क्योंकि फिक्स्ड डिपाजिट पर आपको 6-8% p.a. का ब्याज मिलेगा| इस ब्याज पर भी आपको टैक्स देना होगा| इसके विपरीत पर्सनल लोन पर आपको 12-18% p.a. तक का ब्याज देना पड़ सकता है| तो देखें तो आपको 5-7% (टैक्स बे बाद) का ब्याज मिल रहा है और आप 12-18% दे रहे है| हुआ न बेवकूफी| और यह केवल फिक्स्ड डिपाजिट के साथ ही नहीं है| कोई भी ऐसा निवेश जो की बिना किसी पेनल्टी (या कम पेनल्टी) के साथ आसानी से बेचा जा सकता है| हाँ, उस निवेश को बेचने पर आपको टैक्स देना पड़ सकता है, तो इस बात का भी ध्यान रखें| # कई बार लोग अपना पैसा शेयर बाज़ार में रहने देते हैं और ज़रुरत के लिए पर्सनल लोन लेने की सोचते है| एक बात कभी न भूलें, शेयर बाज़ार में इस बात की कोई गारंटी नहीं है की आपको अच्छे रिटर्न मिलेंगे| पर पर्सनल लोन में एक बात की गारंटी है की आपको काफी ऊंचा ब्याज देना होगा| तो मेरे अनुसार आपको ज़रुरत पड़ने पर अपने शेयर बेच देने चाहिए| मैंने यह भी देखा है की लोग पर्सनल लोन लेकर उस राशि को शेयर बाज़ार में निवेश करने की सोचते हैं| इससे बड़ी बेवकूफी तो हो ही नहीं सकती| साथ ही अगर आपके पास कोई एलाईसी पालिसी है या PPF खाता है, तो वहां से भी आप लोन ले सकते हैं| ब्याज दर अनुमान पर्सनल लोन से कम होगी| मेरी राय:-
पर्सनल लोन की सहायता से आप आसानी से और जल्दी पैसे पा सकते हैं| और कई मामलों में यह काफी लाभकारी भी हो सकता है| परन्तु सोच समझकर इस सुविधा का लाभ उठाएं| लोन का भुगतान भी आपको ही करना है| अपनी वित्तीय वास्तविकता से दूर न रहे| अगर समझदारी से काम नहीं लेंगे, तो बादे में आपको परेशानी हो सकती है|....#AalokDD #Aalokry


03 July 2018

मार्कशीट लोन ? Marksheet Loan?


मार्कशीट लोन क्या है? 

विभिन्न प्रकार के लोन के बारे में जानने के लिए जब मैंने गूगल किया, तो मेरे सामने मार्कशीट लोन का नाम सामने आया| मुझे मार्कशीट लोन के बारे में जान्ने में जिज्ञासा हुई|
मेरा निष्कर्ष यह है की मार्कशीट लोन (marksheet loan) नाम का कोई भी लोन उत्पाद नहीं होता| मैंने बहुत सारे लेख पढ़े और विभिन्न बैंक की वेबसाइट पर भी गया

मार्कशीट लोन नाम को कोई लोन उत्पाद नहीं है


जो भी marksheet loan बारे में लिख रहा है, वह केवल आपको बेवकूफ बना रहा है
अगर आपकी मार्कशीट पर 5 लाख रुपये के लोन मिलता होता, तो सरकार को प्रधान मंत्री मुद्रा योजना शुरू करने की क्या ज़रुरत थी|
आप किसी छलावे में ना आयें|
मार्कशीट लोन का नाम सुनकर आपको ऐसा लगेगा जैसे की आप अपनी दसवीं (10th) या बारहवी (12th) क्लास की मार्कशीट जमा कर के लोन ले सकते हैं| ऐसा नहीं होता| कोई भी बैंक आपकी मार्कशीट का जमा करके लोन नहीं देता| सुनने में ही सब कुछ छलावा लगता है| भला बैंक आपकी मार्कशीट का क्या करेगा?
कई जगह ऐसा भी लिखा हुआ था की आप 10वीं की मार्कशीट जमा करके अपने व्यवसाय इत्यादि के लिए मार्कशीट लोन ले सकते हैं| ऐसा नहीं है| मैं मानता हूँ की आपको लोन देते समय बैंक आपकी पढाई की बारे में जानकारी मांगे| परन्तु यह सोचना बेवकूफी है की बैंक आपको 10th क्लास की मार्कशीट देखकर लोन दे देंगे|

मार्कशीट लोन या एजुकेशन लोन

एक जगह मैंने पढ़ा की मार्कशीट लोन एजुकेशन लोन (शिक्षा लोन) का दूसरा नाम है| वैसे किसी भी बैंक की वेबसाइट पर ऐसी कोई जानकारी नहीं थी| परन्तु अगर यह बात सही है, तो एजुकेशन लोन केवल पढाई के लिए मिलता है (और न व्ययसाय के लिए)|
मार्कशीट लोन के चक्कर में न पड़ें
जैसे की ऊपर लिखा है, मार्कशीट नाम को कोई लोन नहीं होता|...#AalokDD #Aalokry

ब्याज पर आपको कितना टैक्स देना होता है ? How is Interest Income from Investments taxed?


ब्याज पर आपको कितना टैक्स देना होता है ? 



इस बात पर भी गौर करें  की कई बार आपको interest मिलने से पहले ही टैक्स काट लिया जाता है| इसे Tax Deduction at Source भी कहते हैं|
mysweetddiary.blogspot.com

जहाँ भी आपको ब्याज़ (interest) पर टैक्स देना है, वहां पर आपको अपने टैक्स ब्रैकेट (tax slab) के अनुसार टैक्स देना होगा|

म्यूच्यूअल फण्ड (mutual fund) और NPS में कभी interest नहीं मिलता| यह निवेश फिक्स्ड रिटर्न नहीं देते| आपको market linked (मार्केट लिंक्ड) रिटर्न मिलते हैं|

TDS कैसे बचा सकते हैं?
बैंक TDS तभी काटते है की जब आपकी interest income (ब्याज की आय) एक लिमिट से ज्यादा होती है| जैसे की बैंक FD पर तभी TDS काटते हैं, जबकि आपका बैंक में कुल FD का ब्याज उस वर्ष में 10,000 रुपये से ज्यादा हो जाए|
ध्यान रखें की TDS कटने से आपकी टैक्स liability ख़तम नहीं हो जाती| जैसे की, बैंक केवल ब्याज का 10% ही TDS काटेगा (PAN जमा न करने पर 20%)| पर अगर आप 30% टैक्स ब्रैकेट (tax slab) में हैं, तो बचा हुआ टैक्स आपको अलग से भरना होगा|
अगर किसी कारण ज्यादा TDS कट जाता है, तो आप income tax return भर कर अतिरिक्त टैक्स का रिफंड (refund) ले सकते हैं|
TDS बचाने का सवाल तभी उठता है की जब आपकी पूरे वर्ष की आय 2.5 लाख से कम हो| 60 वर्ष के ऊपर यह लिमिट 3 लाख और 80 साल के ऊपर 5 लाख रुपये हो जाती है|
अगर आपकी आय लिमिट से कम है, तो आप फॉर्म 15G/15H बैंक में जमा करके TDS कटने से बचा सकते हैं|