सभी समस्याओ की वजह दो शब्द "जल्दी" और "देर"।
हम सपने बहुत जल्दी देखते हे
और कार्य बहुत देरी से करते हैं।
हम भरोसा बहुत जल्दी करते हे और माफ करने मे बहुत देर करते हैं।
हम गुस्सा बहुत जल्दी करते हैं
और माफी बहुत देर से माँगते हैं।
हम हार बहुत जल्दी मानते हे
और शुरूआत करने मे बहुत देर करते हैं।
हम रोने मे बहुत जल्दी करते हैं और मुस्कुराने में बहुत देर करते हैं।
ज़रूरत है कि हम अपने आप को "जल्दी" बदलें,
वरना
बहुत "देर" हो जाएगी।
हम सपने बहुत जल्दी देखते हे
और कार्य बहुत देरी से करते हैं।
हम भरोसा बहुत जल्दी करते हे और माफ करने मे बहुत देर करते हैं।
हम गुस्सा बहुत जल्दी करते हैं
और माफी बहुत देर से माँगते हैं।
हम हार बहुत जल्दी मानते हे
और शुरूआत करने मे बहुत देर करते हैं।
हम रोने मे बहुत जल्दी करते हैं और मुस्कुराने में बहुत देर करते हैं।
ज़रूरत है कि हम अपने आप को "जल्दी" बदलें,
वरना
बहुत "देर" हो जाएगी।
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