यदि तुम किसी ऐसे व्यक्ति से मिलो जो तुमसे अधिक जानता हो, तो एक बालक की तरह रहो और
अपने आँख और कान सीखने के लिए खुले रखो।
यदि किसी ऐसे व्यक्ति से मिलो जो तुमसे कम जानता हो, तो विनम्र रहो और उन्हें अपने जैसा या बेहतर करने का प्रयत्न करो।
अपनी आयु के व्यक्ति से ऐसा व्यवहार करो जैसे तुम उसके सबसे घनिष्ठ मित्र हो।
जब तुम अपने केंद्र में स्थित हो तो तुम एक शक्तिशाली संचारक बन जाते हो।
अपने आँख और कान सीखने के लिए खुले रखो।
यदि किसी ऐसे व्यक्ति से मिलो जो तुमसे कम जानता हो, तो विनम्र रहो और उन्हें अपने जैसा या बेहतर करने का प्रयत्न करो।
अपनी आयु के व्यक्ति से ऐसा व्यवहार करो जैसे तुम उसके सबसे घनिष्ठ मित्र हो।
जब तुम अपने केंद्र में स्थित हो तो तुम एक शक्तिशाली संचारक बन जाते हो।
No comments:
Post a Comment