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12 September 2019

श्राध के दौरान पित्रों की मुक्ति के लिए क्या करना चाहिए ?

🔯 *शिवयोग* *साधना* 🔯

- *मृतसंजीवनी* से कैसे करे पित्तरों का *तर्पण*

1. श्री बाबाजी के बताये अनुसार शाम्भवी का आह्वान करें और *मृतसंजीवनी* शक्ति *सूर्य* देवता पर भेजना आरम्भ करें ।

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2. *माँ नर्मदा, गोदावरी अथवा समुद्रआपकी श्रद्धा अनुसार वहां मृतसंजीवनी भेजें ।*

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3. *विचारों की शक्ति से धारणा करें की आप जहाँ मृतसंजीवनी भेज रहे है पानी पर वहाँ बड़ा सा कमल है*

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4. *अब प्रार्थना करें सभी ज्ञात और अज्ञात आपके पित्तरआपकी माताजी और पत्नी के पीढ़ी दर पीढ़ी के पित्तर को और उन सभी का आह्वान कर सम्मान पूर्वक कमल पर विराजमान करें ।*


5. *जैसे ही आपके पित्तर उस कमल पर विराजमान हो जाये पुनः उनको मृतसंजीवनी देना प्रारम्भ करें करीब 10 मिनट तक अथवा जबतक आप हीलिंग प्रार्थना करना चाहे उसके बाद*

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6. *प्रार्थना करें अपने गुरुदेव से और भगवान् शिवशिवा से की वह ब्रह्माण्डीय ईश्वरीय मार्ग (Divine universe path) को खोले आपके पित्तरों के लिए और आपके सारे जाने अनजाने पित्तर उस मार्ग से divinity में जा रहे है, ऊँचे लोकों में गमन कर रहे है, आपके किये इस कार्य के लिए आप पर भगवान् शिवशिवा, गुरु और आपके पित्तरों की कृपा बरस रहे है ।*

*श्री बाबाजी ने यह भी कहा है की यह क्रिया आप साल में 7 दिन कर सकते है, इस प्रकार आप अपने पित्तर को ऊँचे लोक में भेजकर उनका आशीर्वाद प्राप्त करोगे*

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*नमः शिवाय बाबाजी।*
🌷 *पितृ एसेंशन मैडिटेशन*🌷
*नमः शिवाय*

साधक जिन्होंने भी संजीवनी या शाम्भवी की है वो जरूर करें पितृ* *एसेंशन साधना,ऐसा करने से आपके पितृ खुश होते है और आपको* *
आपकी फॅमिली को बहुत ब्लेस्स करते है बाकि ये* *साधना सिर्फ़ ७ दिन के लिए ही करनी है जैसा बाबा जी ने* *बताया है इससे ज्यादा नहीं
और अगर कोई अंतिम ७ दिन यही नवमी से अमावस्या जो अंतिम ७ दिन बनते है करे तो* *ज्यादा अच्छा अमावस्या तिथि पित्र के लिए महत्वपूर्ण है।।।
बाकि हीलिंग डिवाइन मंत्र से ही करें अन्य मंत्र से नाहि।।।।
ये साधना जिन्होंने भी बाबा जी के साथ संजीवनी या शाम्भवी साधना की है वो ही करे, बाकि* *
जिन्हें नहीं पता वो दुर्गा सप्तशती कर सकते है अपने पितरों के लिए यानि ७ दिन D S S करो और माँ से बोलो इसका पुण्य मेरे पितरों को मिले और उनकी एसेंशन हो।।।।*

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