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11 September 2016

आपका मन भी अथाह शक्तियों से भरा है

दूध उपयोगी है, किंतु एक ही दिन के लिए, फिर वो खराब हो जाता है। दूध में एक बूंद छाछ डालने से वह दही बन जाता है, जो केवल एक और दिन टिकता है। दही का मंथन करने पर मक्खन बन जाती है। यह एक और दिन टिकता है। मक्खन को उबालकर घी बनता है, घी कभी खराब नहीं होता।
एक ही दिन में बिगडने वाले दूध में कभी-ना बिगड़ने वाला घी छिपा है।
इसी तरह आपका मन भी अथाह शक्तियों से भरा है, उसमे कुछ सकारात्मक विचार डालो अपने आपको मथो अर्थात चिंतन करो, अपने जीवन को और तपाओ, 
*आप कभी न ख़राब होने वाले व्यक्ति बन जाओगे।*

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