असफल होने के लिए आगे ना बढें !
असफल होने से मेरा मतलब है की आप वो नहीं कर पाते हैं जो आप करना चाहते हैं . For e.g अपना कोई business start करना चाहते हैं , एक successful actor, chef , choreographer, fashion designer, social activist , या फिर कुछ और बनना चाहते हैं ; लेकिन बन नहीं पाते.
और आगे बढ़ने से मेरा मतलब है आप society की नज़रों में grow करते जाते हैं …. आप अच्छी designation पर पहुँच जाते हैं , अपने लिए गाड़ी -बंगला खरीद लेते हैं और ऐसी ही अन्य materialistic चीजें जुटा लेते हैं .
Friends, हममें से बहुत से लोग किसी न किसी सपने के साथ जीते हैं की हम आगे चल कर कुछ बड़ा करेंगे , कुछ महान करेंगे , पर किसी न किसी वजह से उन dreams को postpone करते जाते हैं और life जिस flow में चल रही है उसी flow में आगे बढ़ते चले जाते हैं ….हम पढाई पूरी करते हैं , किसी नौकरी या business में लग जाते हैं , चाहे वो हमारे मन का हो या नहीं ….और फिर उसी में grow करने लगते हैं ….पैसे कमाने लगते हैं , और जब पैसे आते हैं तो हम उन्हें सही जगह invest करने के बारे में सोचने लगते हैं ; as a result कुछ ही सालों में हमारे पास ऐशो आराम की ढेर सारी चीजें हो जाती हैं . कुछ हमने down payment पे ली होती हैं तो कुछ EMI पर . ज़िन्दगी यूँही चलती जाती है पर जब आप थोडा settle हो जाते हैं तो आप अपनी life में एक void एक खालीपन महसूस करने लगते हैं …सब कुछ होते हुए भी आप satisfy नहीं हो पाते और एक बार फिर आपको लगता है की अपने दिल की सुनी जाये …अपने सपनो का पीछा किया जाए ;….इतने दिनों तक ignore करने के बाद भी वो सपने मरते नहीं क्योंकि उसका बीज आपके भीतर ही कहीं होता है , और जब उसे आपका attention मिलता है तो वो फिर से पनपने लगता है ! और आप एक बार फिर उन सपनो को पूरा करने के लिए बेचैन हो जाते हैं …ideas सोचते हैं , प्लान बनाते हैं ..पर in most of the cases ये plans ये ideas धरे के धरे रह जाते हैं …
ऐसा क्यों होता है ?
क्योंकि आपकी risk taking capacity बहुत कम हो चुकी होती है ….अब आप एक अलग standard of living or life style के आदि हो चुके होते हैं , आपकी liabilities बढ़ चुकी होती हैं , आप अपनी job छोड़ने या अपना business change करने का खतरा नहीं उठा पाते , आप खुद को ऐसी जगह पाते हैं जहाँ एक महीने भी खाली बैठना impossible लगता है !! और यही आपका FAILURE बन जाता है . अब आपको अनचाहे मन से उसी काम में खुद को लगाए रखना पड़ता है जो आपको पैसे तो देता है पर संतोष नहीं दे पाता और ज्यादातर cases में न पर्याप्त पैसे दे पाता है और ना ही संतोष. .
तो क्या करना चाहिए ?
यदि आप अभी तक इस तरह की condition में नहीं फंसे हैं तो आप इन बातों को ध्यान में रखिये :
1) उस काम में grow करने की कोशिश न करें जिसे आप दिल से like नहीं करते . और भले ही हम अपना passion ना जान पाएं पर ये जानना आसान होता है की हम क्या like नहीं करते . इसलिए ऐसे काम में succeed होना जिसे आप like ही नहीं करते बेकार है . For e.g आप किसी sales and marketing job में हैं और ये काम आपको पसंद नहीं है तो आप इस job में promotion पाने के लिए काम मत करिए , बस job चलाने के लिए काम करिए . ये थोडा मुश्किल है , पर आपको ये करना होगा , क्योंकि जो काम आपको पसंद नहीं उससे पैसा कामाने की आदत डालना आपको असफल कर सकता है .
2) जब तक आप अपने मन का काम नही पा जाते तब तक कुछ ऐसा करने की कोशिश कीजिये जो आपको अधिक से अधिक free time दे सके . और इस free time को आप अपने goals achieve करने में लगाइए .
3) अपनी liabilities को limited रखिये , ख़ास तौर से कोई ऐसा loan मत लीजिये जिसकी EMI भरने के लिए आपको अपने काम में लगे रहना मजबूरी बन जाए . ऐसे loans लेना तभी ठीक होगा जब पैसा आपके मन के काम से आ रहा हो .
4) अपने real interest और liking को explore करते रहिये , और जहाँ तक हो सके उस दिशा में कुछ steps लेने की कोशिश कीजिये . भले ये steps बहुत ही छोटे क्यों न हों , पर इतना निश्चित है की हर एक step आपको आपकी मंजिल के करीब ले जायेगा .
क्या करें अगर already ऐसी condition में पहुँच चुके हों ?
It means अब आपके लिए आपकी जॉब या जो काम आप कर रहे हैं वो करना मजबूरी बन चुकी हो , क्योंकि इसको छोड़ने का मतलब एक निश्चित financial crisis है . ऐसे में क्या करना चाहिए ??? Frankly telling, मुझे नहीं पता की ऐसे में क्या किया जा सकता है ….बताने को तो मैं कई चीजें लिख सकता हूँ , पर मेरी हमेशा यही कोशिश होती है की मैं ऐसे ideas share करूँ जो practical हों , जिन्हें आप सचमुच apply कर सकें . हाँ , एक approach शायद कुछ cases में काम कर जाये ….आप जो करना चाहते हैं उसे Virtually करिए .
Of course इसकी limits हैं और हर काम इस तरह से नहीं किया जा सकता , पर in case आपका goal इस तरह से achieve किया जा सकता है तो आप try कर सकते हैं .
Virtually करने का मतलब ?
It means, आप internet का use करते हुए अपने मन का काम करिए . इसके लिए आपको अपने interest से related website / blog बनाना या बनवाना होगा.
( To get a Ready To Publish professional blog at a very competitive rate please contactChandan Pande , Email: makemyweblog@gmail.com )
For instance, अगर आप एक Chef बनना चाहते हैं और अभी किसी IT जॉब में फंसे हुए हैं तो आप एक Food blog बनाइये और उसपे तरह – तरह की recipe और कुकिंग-टिप्स post करिए . अगर आप अपनी Travel Company शुरू करना चाहते हैं तो travel related blog बनाइये …and so on.
इससे क्या फायदा होगा ?
- आप घर बैठे अपने interest से related field में कुछ progress कर पायेंगे . और चूँकि इस काम को आप कहीं भी और कभी भी कर सकते हैं इसलिए इसके चलते रहने और आगे बढ़ने के chances कहीं अधिक हैं .
- आपकी us field में knowledge बेहतर होती जाएगी . और अगर कभी future में आप physically ऐसा करना चाहेंगे तो ये knowledge बहुत काम आयेगी .
- लगातार blog पर काम करने से आपको कई लोग जानेंगे और हो सकता है यहीं से कोई opportunity निकल आये जो आपको आपके interest से related एक well-paying opportunity दिला सके .
- आपका blog आपको एक alternate source of income भी दे सकता है जो ultimately आपकी liabilities को कम करने में मददगार होगा .
Friends, मैं lucky हूँ की समय रहते मेरे अन्दर ये समझ आ गयी कि अपने दिल का काम find करने से पहले materialistically expand करना बेवकूफी है ; आप भी जब तक उस काम से पैसा नहीं कमाने लगते जिसको लेकर आप passionate हैं तब तक खुद को expand करने से रोकिये. George Burns ने कहा भी है कि जिस चीज को आप चाहते हैं उसमे असफल होना जिस चीज से आप नफरत करते हैं उसमे सफल होने से बेहतर है .
आप चाहे जैसी condition में हों …surrender मत कीजिये ….अपने लक्ष्य को पाने के लिए लड़ते रहिये … boxing match की तरह ज़िन्दगी के खेल में भी हारता वो नहीं जो गिर जाता है , हारता वो है जो उठने से इनकार कर देता है …आप भी चाहे जितनी बार गिरें हार मत मानिए , उठिए और तमाम मुश्किलों के बावजूद अपना लक्ष्य प्राप्त कीजिये .
All the best!